घनश्याम सिंह गुप्त वाक्य
उच्चारण: [ ghensheyaam sinh gaupet ]
उदाहरण वाक्य
- दुर्ग के ही घनश्याम सिंह गुप्त स्पीकार बने।
- दुर्ग के ही घनश्याम सिंह गुप्त स्पीकार बने।
- इस कालक्रम के प्रमुख रचनाकार रहे-घनश्याम सिंह गुप्त, बैरिस्टर छेदीलाल ।
- सीपी एंड बरार राज्य के प्रथम विधानसभा अध्यक्ष दुर्ग के दाउ घनश्याम सिंह गुप्त रहे।
- इनमें से सबसे ज्यादा घनश्याम सिंह गुप्त से यह उम्मीद की जा सकती थी कि वे संविधान सभा में छत्तीसगढ़ी के समर्थन में कुछ कहेंगे।
- यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि पं. रविशंकर शुक्ल 1936 से आजीवन मुख्यमंत्री रहे साथ ही घनश्याम सिंह गुप्त भी उसी समय से स्पीकर रहे।
- संविधान सभा में छत्तीसगढ़ से रविशंकर शुक्ल, घनश्याम सिंह गुप्त, बैरिस्टर छेदीलाल सिंह, किशोरीमोहन त्रिपाठी, गुरू आगमदास और रतनलाल मालवीय वगैरह सदस्य थे।
- श्रीयुत राघवेन्द्र राव पं. रविशंकर शुक्ल, दाउ घनश्याम सिंह गुप्त, पं. माधव राव सप्रे, पं. सुन् दरलाल शर्मा, मौलाना ताजुदीन, बैरिस्टर ज्ञानचंद वर्मा आदि उपस्थित थे।
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